Mauganj News: मऊगंज जिले में दिखा गिद्धों का झुंड, कमरे में कैद हुई तस्वीरें
मऊगंज में लंबे समय बाद दिखा गिद्धो का झुंड लोगों ने कमरे में कैद की तस्वीर,
Mauganj News: मऊगंज जिले में गिद्धों का झुंड देखकर हर कोई हैरान है दरअसल गिद्ध जो कभी-कभार ही देखने को मिलते हैं लेकिन मऊगंज जिले में गिद्धों का झुंड देखने को मिला है एक साथ भारी संख्या में पहुंचे गिद्धों को लोगों ने अपने कमरों में कैद किया.
जानकारी मिलते ही वन विभाग का अमला भी पहुंचा और कहा कि इस वर्ष गिद्धों की संख्या बढ़ी है, बताया जाता है की मऊगंज नगर से सटे भाठी जंगल रामसागर बाध के समीप बिगत 2 दिन से भारी संख्या मे गिद्धों की झुंडो ने डेरा जमा लिया है. जैसे ही लोगों को जानकारी लगी तो गिद्धों को देखने के लिए भाटी जंगल के रामसागर बांध पहुंचे और यह तस्वीर अपने मोबाइल और कैमरो में कैद किया.
जानकारों की माने तो इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है और यही कारण है कि आसपास से गिद्धों का झुंड पानी की तलाश में मऊगंज जिला स्थित रामसागर बांध पहुंचा है. फिलहाल गिद्धों के झुंड की चर्चा हर तरफ हो रही है. गिद्धों के इस झुंड में 50 से अधिक गिद्ध होने की आशंका जताई जा रही है.
आखिर क्यों विलुप्त हो रहे हैं गिद्ध
गिद्ध जिन्हें मुर्दाखोर कहा जाता है यह गिद्ध पहले कभी कभार देखने को मिल जाते थे पर कई वर्षों से गिद्धों के दर्शन दुर्लभ होते जा रहे हैं धीरे-धीरे गिद्ध की कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर आ गई है. ऐसे में विशेषज्ञों द्वारा कहा जा रहा है कि गिद्धों की आबादी में गिरावट की मुख्य वजह पशुओं को दिए जाने वाले डाइक्लोफेनाक दवा है.
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यह दवाई बीमार और घायल पशुओं को दी जाती है इस दवाई से पशुओं के घाव में सूजन और दर्द को कम करने के लिए दी जाती है लेकिन जब कभी यह पशु किसी कारण से मर जाते हैं और डाइक्लोफेनाक-उपचारित मवेशियों के मृत शरीर को गिद्ध खाते है तब यह गिद्धों के लिए बेहद घातक साबित होती है इससे गिद्ध बीमार होकर मरने लगते हैं. इसके अलावा भी गिद्धों के विलुप्त होने की कई और वजह है